अपनी पुरानी पहचान को नए अंदाज के साथ लॉन्च करेगी बाइकिंग जगत की Classic बाइक, देखें कीमत और फीचर्स
Rajdoot 350 Bike: भारत की उन पुरानी मोटरसाइकिल्स में से एक है जिसने 80s और 90s के दौर में काफी नाम कमाया। यह बाइक अपने मजबूत बिल्ड क्वालिटी और भरोसेमंड परफॉरमेंस के लिए जानी जाती थी। हालांकि, समय के साथ नई टेक्नोलॉजी वाली बाइक्स आने के बाद Rajdoot 350 बाजार से गायब हो गई। लेकिन आज भी कई लोग इस बाइक को याद करते हैं और इसे भारतीय बाइक इतिहास का एक अहम हिस्सा मानते हैं।
Rajdoot 350 – Overview
फीचर | डिटेल्स |
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इंजन | 350cc, 2-स्ट्रोक, एयर-कूल्ड |
पावर | 14 bhp @ 4,500 RPM |
टॉर्क | 25 Nm @ 3,000 RPM |
ट्रांसमिशन | 4-स्पीड |
माइलेज | 20-25 kmpl (अप्रूक्स) |
फ्यूल टैंक | 12 लीटर |
वेट | 150 kg (अप्रूक्स) |
ब्रेकिंग | ड्रम ब्रेक (फ्रंट & रियर) |
प्राइस (तब) | ₹15,000 – ₹20,000 (80s-90s के दौरान) |
Rajdoot 350 डिजाइन और बिल्ड क्वालिटी
Rajdoot 350 का डिजाइन उस जमाने के हिसाब से काफी सिंपल था, लेकिन इसकी बिल्ड क्वालिटी बेहद मजबूत थी। इसकी बॉडी पूरी तरह से मेटल की बनी होती थी, जो आज के प्लास्टिक वाली बाइक्स से कहीं ज्यादा टिकाऊ थी। सीट लंबी और कम्फर्टेबल थी, जिस पर दो लोग आराम से बैठ सकते थे।
इसकी खास बात थी इसका “फ्लाई स्टार्ट” सिस्टम, जिसमें बाइक को किक मारने की जरूरत नहीं पड़ती थी। बस गियर लगाकर बाइक को धक्का देते ही इंजन स्टार्ट हो जाता था।
Rajdoot 350 इंजन और परफॉरमेंस
Rajdoot 350 में 350cc का 2-स्ट्रोक इंजन दिया गया था, जो उस समय के हिसाब से काफी पावरफुल माना जाता था। यह बाइक 14 bhp पावर और 25 Nm टॉर्क पैदा करती थी, जो उस दौर में काफी अच्छा था।
इसकी सबसे बड़ी खासियत थी इसकी लो-एंड टॉर्क। यह बाइक कम RPM पर ही अच्छा पुलिंग देती थी, जिसकी वजह से यह गांवों और खेतों में भारी सामान ढोने के लिए बहुत पसंद की जाती थी।
Rajdoot 350 राइड और हैंडलिंग
Rajdoot 350 की राइड क्वालिटी काफी अच्छी थी। इसके लंबे व्हीलबेस की वजह से यह बाइक ऊबड़-खाबड़ रास्तों पर भी स्टेबल फील कराती थी। हालांकि, इसका वजन ज्यादा होने की वजह से इसे हैंडल करना थोड़ा मुश्किल था, खासकर महिलाओं और नए राइडर्स के लिए।
ब्रेकिंग के लिए सिर्फ ड्रम ब्रेक दिए गए थे, जो आज के स्टैंडर्ड के हिसाब से काफी कमजोर हैं। लेकिन उस समय यह बाइक धीमी स्पीड पर चलने के लिए बनी थी, इसलिए ब्रेकिंग को लेकर कोई बड़ी प्रॉब्लम नहीं थी।
Rajdoot 350 माइलेज और प्राइस
Rajdoot 350 की माइलेज 20-25 kmpl के आसपास रहती थी, जो उस जमाने के हिसाब से ठीक-ठाक थी। हालांकि, 2-स्ट्रोक इंजन होने की वजह से यह बाइक ज्यादा प्रदूषण फैलाती थी, जिसकी वजह से बाद में इसे बंद कर दिया गया।
80s और 90s के दौरान इसकी कीमत ₹15,000 से ₹20,000 के बीच थी, जो उस समय के हिसाब से काफी सस्ती थी।
फाइनल वर्ड्स
Rajdoot 350 भारतीय बाइक इतिहास की एक यादगार बाइक थी। यह अपने समय की सबसे मजबूत और भरोसेमंद बाइक्स में से एक थी। हालांकि, 2-स्ट्रोक इंजन और पुरानी टेक्नोलॉजी की वजह से यह बाइक बाजार से गायब हो गई।
आज भी कई लोग इस बाइक को याद करते हैं और पुरानी Rajdoot 350 को रेस्टोर करके चलाने का शौक रखते हैं। अगर आपको भी पुरानी बाइक्स का शौक है, तो Rajdoot 350 आपके कलेक्शन का हिस्सा जरूर बन सकती है!